वैष्णो देवी की पवित्र पूजा में फिर शामिल हो सकेंगे श्रद्धालु

कटरा ,06 सितम्बर (इ खबरटुडे)। देश में कोरोना माहामारी का कहर जारी है, लेकिन जहां संभव हो रहा है, सरकार द्वारा लोगों को राहत भी दी जा रही है। ऐसी ही राहत भरी खबर है जम्मू में मां वैष्णो देवी दर्शन से जुड़ी।
जानकारी के मुताबिक, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं को एक बार फिर मां वैष्णो देवी की पवित्र पिंडियों के समक्ष सुबह-शाम होने वाली दिव्य पूजा-अर्चना में शामिल होने की अनुमति दे दी है। ताजा व्यवस्था के अनुसार, एक बार में फिलहाल 5 श्रद्धालु ही पूजा में भाग ले सकेंगे। आमतौर पर एक समय में करीब 10 श्रद्धालु शामिल होते थे।
अभी पवित्र गुफा के बाहर अटका आरती में शामिल होने की इजाजत नहीं मिली है। इसके अलावा श्रद्धालु अब कटड़ा, वैष्णो देवी भवन और अर्द्धकुंवारी में रहने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इन स्थानों पर धर्मशालाओं में रुकने की भी अनुमति दे दी है।
इसके साथ अन्य सुविधाओं के लिए भी श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट मां वैष्णो देवी डॉट ओआरजी (www.maavaishnodevi.org) पर पंजीकरण करवाना होगा।
यही नहीं,वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड प्रशासन ने देश के अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी करते हुए इसे दोगुना कर दिया है। पहले यह संख्या प्रतिदिन मात्र 250 थी। अब इसे बढ़ाकर 500 कर दिया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। पहले के आदेश की तरह ही प्रतिदिन 2,000 श्रद्धालु ही वैष्णो देवी के दर्शन कर सकते हैं। इसमें 1,500 जम्मू कश्मीर के और 500 अन्य राज्यों के श्रद्धालु होंगे।
ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य : श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने कहा कि वैष्णो देवी यात्रा के लिए पंजीकरण के साथ ही रहने की व्यवस्था, विशेष आरती में शामिल होने, हेलीकॉप्टर सेवा, बैटरी कार आदि सुविधा प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना अनिवार्य है। श्रद्धालु श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवा सकता है।